हरियाणा

गुरुग्राम में भ्रष्टाचार से कन्वेंस डिड करवाने में सरकार को लगा 50 लाख का चूना।

सत्य ख़बर, गुरुग्राम,सतीश भारद्वाज :

गुरुग्राम में भ्रष्टाचार का एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें नगर निगम द्वारा एक जमीन को बेचने में स्टांप ड्यूटी की हेरा फेरी कर सरकार के राजस्व को करीब 50 लाख का चूना लगाए जाने का अनुमान लगाया जा रहा है।
सुत्रो से मिली जानकारी के अनुसार गुरुग्राम के व्यापार सदन में जहां पर वर्ष 2018 में 7940 रुपए वर्ग मीटर के स्टांप पर रजिस्ट्री हो रही थी वहां पर 2021 में 425 रुपए वर्ग मीटर के स्टांप पर 100 वर्ग मीटर से ऊपर के प्लॉट की कन्वेंस डिड करवाने में हुए गोलमोल का मामला प्रकाश में आया है। यदि मामले में 2018 के सर्किल रेट से स्टांप ड्यूटी को भी जोड़ते हैं तो 100.1 वर्ग मी के प्लॉट के स्टांप की राशि 795000 रुपए बनती है परंतु अधिकारियों की मिली भगत से केवल 42500 ₹ के स्टांप पर 100.1 वर्ग मीटर की कन्वेंस डिड 2021 में करवा दी गई मजे की बात इसी प्लॉट को नगर निगम ने खुली बोली के द्वारा 1989 में दिल्ली के किसी व्यक्ति को बेचा था। उसके उपरांत बिना स्टांप ड्यूटी सरकार को दिए पांच बार खरीदा बेचा गया और छठे व्यक्ति को नगर निगम द्वारा रजिस्ट्री करवाई गई इस एक मामले में ही लगभग 50 लाख रुपए के स्टांप ड्यूटी की चोरी होने की सम्भावन जताई जा रही है। वहीं सूत्रों से यह भी जानकारी मिली है कि यह एक मामला ही नहीं है, बल्कि नगर निगम, भू माफिया, और तहसील के कुछ भ्रष्ट अधिकारियों की मिली भगत से इस तरह के काले कारनामे के दर्जनों मामले तहसील कार्यालय में दबें हैं, जिनकी लिखित शिकायत देकर मामला की गहनता से जांच पड़ताल करके इसमें शामिल कमचारियों और अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की गुहार शहर के जागरूक नागरिकों द्वारा उपायुक्त निशांत यादव को भी दे चुके हैं। अब देखना यह होगा कि जिला उपयुक्त इस पर क्या संज्ञान लेते हैं,या राजनीतिक दबाव के चलते मामले में लीपापोती करते हैं।

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